Wednesday, August 24, 2011

Wednesday, November 10, 2010

ABOUT ADAMPUR

Located in the heartlands of haryana, 35kms from hisar, Mandi Adampur
is a name that rings bells in everybody's mind. traditionally known
through the great leader Bhajan Lal who has served as the CM of
the state many a times,the rail and road connected place nowcontends
for being one of the finestplaces to have a dwelling in.it has diversified
from being a hub of desi ghee production to a conglomeration of Gwar
and Cotton factories.the town has excellent educational facilities
channeled through senior sec school for boys and girls, PG college, ITI,
Polytechnic and Pharma colleges.The place has produced eminent
personalities, Dhanpat Bhima former defence minister oF Mauritous,
serving as an epitome.And yes, if you are into serenity and peace, the
town offers a host of religious activities buzzling throughout the year,
through its numerous cultural societies.
So just set a foot, and you'll see rudimenatary Haryanvi culture manifested
in its true form.

Monday, November 1, 2010

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Friday, October 29, 2010

COMPUTER HARDWARE

By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आप विंडोज एक्सपी के डिफॉल्ट फोल्डर आइकॉन्स जो कि बिल्कुल सिम्पल से एक ही पीले रंग के होते हैं की जगह रंगीन और खूबसूरत आइकॉन्स लगाना चाहते है?तो निचे दिए गए स्टेप्स को फोलो करें. जिस फोल्डर का आइकॉन चेंज करना हो उस पर राईट क्लिक करें. फिर property में जाएँ.फिर costomise पर क्लिक करें.अब change icon को क्लिक करें.अब आपको बहुत से खूबसूरत आइकॉन्स नज़र आयेंगे.उनमे से अपनी पसंद का आइकॉन सेलेक्ट करें और ओके करदें.फिर apply कर दें.अब आपका पीले रंग का आइकॉन आपके पसंद के आइकॉन में बदल जायेगा. इसी तरह आप कंप्यूटर के सभी फोल्डर्स के आइकॉन चेंज कर सकते ह
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
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अक्सर हमारी यूएसबी पेन ड्राइव वाइरस या किसी और कारण से कई तरह के एर्रर देने लग जाती है और कई बार सामान्य तरीके से फोर्मेट करते समय भी एर्रर आ जाता है और पेन ड्राइव फोर्मेट नहीं हो पाती है.लेकिन एक तरीका है जिससे आपकी पेन ड्राइव फोर्मेट भी हो जाएगी और कोई एर्रर होगा तो वो भी ख़त्म हो जायेगा. सबसे पहले पेन ड्राइव को कंप्यूटर से जोड़ें. फिर माई कंप्यूटर पर राईट क्लिक कीजिये वहां आपको manage का आप्शन मिलेगा उसे क्लिक कीजिये.अब आपके सामने computer management की विंडो खुलेगी, उसमे disk management पर क्लिक कीजिये.अब दायीं तरफ आपके हार्डडिस्क और पेन ड्राइव की ड्राइव्स दिखने लग जाएगी.अब पेन ड्राइव पर राईट क्लिक करें फिर format पर क्लिक करें.अब जो सन्देश आये उसे yes कर दें फिर ok करदें.अब पेन ड्राइव फोर्मेट हो जाएगी और सभी एर्रर भी ख़त्म हो जायेंगे. एक बात और,फोर्मेट करने से पहले सावधानी से पेन ड्राइव की ड्राइव को सेलेक्ट करें ऐसा ना हो कि आप गलती से हार्डडिस्क की ड्राइव को फोर्मेट कर दें और आपका पूरा डाटा ख़त्म हो जाये.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
इसी तरह आप एक साथ कई साइट्स को ब्लाक कर सकते हैं बस आईपी एड्रेस की संख्या एक एक बढाते रहे और आगे साईट का नाम लिखते रहें. अब नोटपेड से बाहर आ जाए और लिखे हुए को सेव कर दें. अब आपके कंप्यूटर पर आपकी ब्लाक की गयी साइट्स को कोई भी देख नहीं सकेगा.साइट्स को वापस दिखाने के लिए hosts में जो कुछ लिखा है उसको डिलीट मार दें.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप अपने दोस्त से या बाज़ार से अपनी फेवरेट मूवी की सीडी बड़े शौक से लेकर आये हों और अपने कंप्यूटर पर कॉपी कर रहे हों.आधी सीडी कॉपी होने के बाद या बिलकुल अंत में आपका कंप्यूटर ये error दे दे cannot copy file मतलब कि सीडी कॉपी नहीं हो सकती.तो आपको कितना गुस्सा आएगा कि जो कॉपी हुआ उससे भी हाथ धोना पड़ा.यह error सीडी पर स्क्रेच के कारण आता है भले ही मामूली स्क्रेच ही क्यों ना हो.लेकिन एक तरीका है जिससे आप पूरी सीडी तो नहीं लेकिन जितना कॉपी हुआ हो उसको बचा सकते हैं. इसके लिए जब आप सीडी कॉपी कर रहे हों और यह error आ जाये तो की-बोर्ड से CTRL+ALT+DELETE को एक साथ दबाएँ तो टास्क मेनेजर की विंडो खुल जाएगी उसमे इस error को end task कर दें.अब जितनी सीडी कॉपी हुई है वो आपके कंप्यूटर में सुरक्षित हो जाएगी. अब बताइये कैसी लगी यह ट्रिक ..
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप अपने दोस्त से या बाज़ार से अपनी फेवरेट मूवी की सीडी बड़े शौक से लेकर आये हों और अपने कंप्यूटर पर कॉपी कर रहे हों.आधी सीडी कॉपी होने के बाद या बिलकुल अंत में आपका कंप्यूटर ये error दे दे cannot copy file मतलब कि सीडी कॉपी नहीं हो सकती.तो आपको कितना गुस्सा आएगा कि जो कॉपी हुआ उससे भी हाथ धोना पड़ा.यह error सीडी पर स्क्रेच के कारण आता है भले ही मामूली स्क्रेच ही क्यों ना हो.लेकिन एक तरीका है जिससे आप पूरी सीडी तो नहीं लेकिन जितना कॉपी हुआ हो उसको बचा सकते हैं. इसके लिए जब आप सीडी कॉपी कर रहे हों और यह error आ जाये तो की-बोर्ड से CTRL+ALT+DELETE को एक साथ दबाएँ तो टास्क मेनेजर की विंडो खुल जाएगी उसमे इस error को end task कर दें.अब जितनी सीडी कॉपी हुई है वो आपके कंप्यूटर में सुरक्षित हो जाएगी. अब बताइये कैसी लगी यह ट्रिक ..
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
system configuration utility विंडोज का बहुत उपयोगी टूल है इसमें हम अपने सिस्टम के स्टार्टअप प्रोग्राम्स और सर्विसेस को देख सकते हैं और अपनी मर्जी से बदलाव कर सकते हैं अब startup पर क्लिक करें अब आपके सामने ऑटोमेटिक स्टार्ट होने वाले सभी प्रोग्राम्स की लिस्ट आ जाएगी अब आप जिस जिस प्रोग्राम को स्टार्टअप से हटाना चाहते हैं उनको uncheck कर दें .यह ध्यान रहे कि कुछ प्रोग्राम्स का आपके सिस्टम के साथ स्टार्ट होना जरूरी है जैसे एंटीवायरस उनको uncheck न करें .अब apply कर दें फिर कंप्यूटर को रिस्टार्ट कर दें अब बताइये आपका सिस्टम तेजी से स्टार्ट होता है या नहीं
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आपका कंप्यूटर भी स्टार्ट होने में बहुत समय लेता है इसके कई कारण है जैसे वायरस या बूटअप में प्रॉब्लम लेकिन सबसे बड़ा कारण है आपके startup में बहुत ज्यादा प्रोग्राम्स का होना. हम रोज नए नए प्रोग्राम्स लोड करते रहते हैं लेकिन यह ध्यान नहीं देते की उनमें से कई हमारे startup में ऑटोमेटिक जुड़ जाते हैं तो जब विंडोज स्टार्ट होता है तो यह प्रोग्राम्स भी एक एक करके लोड होते रहते है तो स्टार्ट होने में समय ज्यादा लगता है . इसका एक उपाय है इन प्रोग्राम्स को startup से हटा देना .इन प्रोग्राम्स को आवश्यकता होने पर बाद में भी मेनुअल स्टार्ट कर सकते हैं . सबसे पहले आप start में जाएँ फिर run पर क्लिक करें अब आपके सामने एक बॉक्स खुल जायेगा उसमें टाइप करें msconfig फिर ओके कर दें अब आपके सामने system configuration utility की विंडो खुल जाएगी
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
टाइप करें.आपके टाइप करते ही सर्च बॉक्स के निचे आपका परिणाम मिल जायेगा नहीं तो enter कर दें आपको परिणाम मिल जायेगा . जोड़ के लिए - 8+4 enter बाकी के लिए- 8-4 enter गुणा के लिए- 8*4 enter भाग के लिए- 8/4
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
टाइप करें.आपके टाइप करते ही सर्च बॉक्स के निचे आपका परिणाम मिल जायेगा नहीं तो enter कर दें आपको परिणाम मिल जायेगा . जोड़ के लिए - 8+4 enter बाकी के लिए- 8-4 enter गुणा के लिए- 8*4 enter भाग के लिए- 8/4 enter क्या आपका कंप्यूटर स्टार्ट होने में ज्यादा समय लेता है? 3/2/2010 8:56:18 PM rafiq khan क्या आपका कंप्यूटर भी स्टार्ट होने में बहुत समय लेता है इसके कई कारण है जैसे वायरस या बूटअप में प्रॉब्लम लेकिन सबसे बड़ा कारण है आपके startup में बहुत ज्यादा प्रोग्राम्स का होना. हम रोज नए नए प्रोग्राम्स लोड करते रहते हैं लेकिन यह ध्यान नहीं देते की उनमें से कई हमारे startup में ऑटोमेटिक जुड़ जाते हैं तो जब विंडोज स्टार्ट होता है तो यह प्रोग्राम्स भी एक एक करके लोड होते रहते है तो स्टार्ट होने में समय ज्यादा लगता है . इसका एक उपाय है इन प्रोग्राम्स को startup से हटा देना .इन प्रोग्राम्स को आवश्यकता होने पर बाद में भी मेनुअल स्टार्ट कर सकते हैं . सबसे पहले आप start में जाएँ फिर run पर क्लिक करें अब आपके सामने एक बॉक्स खुल जायेगा उसमें टाइप करें msconfig फिर ओके कर दें अब आपके सामने system See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आप को मालूम है कि आप गूगल सर्च से केल्क्युलेटर की तरह जोड़, बाकी, गुना और भाग कर सकते हैं. नहीं मालूम तो में आपको बताता हूँ .आप अपनी संख्या सर्च बॉक्स में निचे बताये गए तरीके से
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आप को मालूम है कि आप गूगल सर्च से केल्क्युलेटर की तरह जोड़, बाकी, गुना और भाग कर सकते हैं. नहीं मालूम तो में आपको बताता हूँ .आप अपनी संख्या सर्च बॉक्स में निचे बताये गए तरीके से टाइप करें.आपके टाइप करते ही सर्च बॉक्स के निचे आपका परिणाम मिल जायेगा नहीं तो enter कर दें आपको परिणाम मिल जायेगा . जोड़ के लिए - 8+4 enter बाकी के लिए- 8-4 enter गुणा के लिए- 8*4 enter भाग के लिए- 8/4 enter क्या आपका कंप्यूटर स्टार्ट होने में ज्यादा समय लेता है? 3/2/2010 8:56:18 PM rafiq khan क्या आपका कंप्यूटर भी स्टार्ट होने में बहुत समय लेता है इसके कई कारण है जैसे वायरस या बूटअप में प्रॉब्लम लेकिन सबसे बड़ा कारण है आपके startup में बहुत ज्यादा प्रोग्राम्स का होना. हम रोज नए नए प्रोग्राम्स लोड करते रहते हैं लेकिन यह ध्यान नहीं देते की उनमें से कई हमारे startup में ऑटोमेटिक जुड़ जाते हैं तो जब विंडोज स्टार्ट होता है तो यह प्रोग्राम्स भी एक एक करके लोड होते रहते है तो स्टार्ट होने में समय ज्यादा लगता है . इसका एक उपाय है इन प्रोग्राम्स को startup से हटा देना .इन प्रोग्राम्स को आवश्यकता होने पर बाद See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आप को मालूम है कि आप गूगल सर्च से केल्क्युलेटर की तरह जोड़, बाकी, गुना और भाग कर सकते हैं. नहीं मालूम तो में आपको बताता हूँ .आप अपनी संख्या सर्च बॉक्स में निचे बताये गए तरीके से टाइप करें.आपके टाइप करते ही सर्च बॉक्स के निचे आपका परिणाम मिल जायेगा नहीं तो enter कर दें आपको परिणाम मिल जायेगा . जोड़ के लिए - 8+4 enter बाकी के लिए- 8-4 enter गुणा के लिए- 8*4 enter भाग के लिए- 8/4 enter क्या आपका कंप्यूटर स्टार्ट होने में ज्यादा समय लेता है? 3/2/2010 8:56:18 PM rafiq khan क्या आपका कंप्यूटर भी स्टार्ट होने में बहुत समय लेता है इसके कई कारण है जैसे वायरस या बूटअप में प्रॉब्लम लेकिन सबसे बड़ा कारण है आपके startup में बहुत ज्यादा प्रोग्राम्स का होना. हम रोज नए नए प्रोग्राम्स लोड करते रहते हैं लेकिन यह ध्यान नहीं देते की उनमें से कई हमारे startup में ऑटोमेटिक जुड़ जाते हैं तो जब विंडोज स्टार्ट होता है तो यह प्रोग्राम्स भी एक एक करके लोड होते रहते है तो स्टार्ट होने में समय ज्यादा लगता है . इसका एक उपाय है इन प्रोग्राम्स को startup से हटा देना .इन प्रोग्राम्स को आवश्यकता होने पर बाद See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
२. सबसे पहले start पर जाएँ फिर all programs पर माउस ले जाएँ अब आपके सामने प्रोग्राम लिस्ट आ जाएगी उसमें accessories पर माउस ले जाएँ फिर system tools पर माउस ले जाएँ और लिस्ट में से system information को क्लिक कर दें थोड़ी देर में आपके सिस्टम की पूरी जानकारी आपके सामने आ जाएगी .
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
जब आप नया कंप्यूटर खरीदते हैं या असेम्बल कराते हैं तो आपको उसके बारे में सभी जानकारी होती है की उसमे कोनसा मदरबोर्ड, प्रोसेसर, रैम आदि लगा हुआ है लेकिन जब आप सेकंडहैण्ड कंप्यूटर खरीदते है तो ये जानकारी आपको नहीं होती और दुकानदार जो बोले उस पर विश्वास करना पड़ता है .और केबिनेट खोल कर एक एक पार्ट को चेक करना एक टेढ़ा काम है. आमतौर पर हम प्रोसेसर वगैरह की जानकारी system की property में जाकर देखते हैं लेकिन वहां सीमित जानकारी होती है और कई बार गलत भी. एक्सपर्ट लोग इस जानकारी को चेंज कर देते हैं और p-3 को p-4 दर्शा देते हैं इस तरह हम धोके का शिकार हो जाते हैं . लेकिन विंडोज में कुछ टूल्स है जिनकी सहायता से हम अपने सिस्टम की सही सही जानकारी मालुम कर सकते हैं वो भी एक ही जगह . १. पहले start पर जाएँ फिर run में जाएँ वहां टाइप करे dxdiag फिर ओके कर दें अब आपके सामने आपके सिस्टम की पूरी जानकारी आ जाएगी
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
अगर आप चाहते हैं की आपकी गैर मौजूदगी में आपके कंप्यूटर पर कोई दूसरा व्यक्ति इन्टरनेट इस्तेमाल न कर सके तो इसके लिए निचे बताये गए तरीके पर अमल करें . पहले internet explorer को खोलें फिर tools पर जाएँ वहां से internet options को क्लिक करें अब जो विंडो खुलेगी उसमें से content को सेलेक्ट करें .वहां से content advisor में enable पर क्लिक करें.अब content advisor की विंडो खुलेगी उसमे general पर क्लिक करें.इस विंडो में supervisor password के सामने create password पर क्लिक करें वहां पर अपना पासवर्ड टाइप करें फिर ओके कर दें .अब बाहर आ जाएँ . अब कोई भी व्यक्ति आपके डाले गए पासवर्ड के बिना कोई भी वेबसाइट नहीं खोल सकता .यह ध्यान रहे यह पासवर्ड सिर्फ इन्टरनेट एक्स्प्लोरर के लिए है अगर आपके कंप्यूटर में दूसरा कोई वेब ब्राउजर है तो उस पर यह पासवर्ड लागू नहीं होगा और कोई भी वेबसाइट बिना पासवर्ड के खुल जाएगी . अब बताइये कैसी लगी जानकारी ..
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
अगर आप चाहते हैं की आपके अलावा दूसरा कोई व्यक्ति आपके कंप्यूटर की हार्डडिस्क ड्राइव्स मतलब कि C D E F आदि को देख और इस्तेमाल ना कर सके तो इसके लिए निचे बताये गए तरीके पर अमल करें. सबसे पहले start पर क्लिक करें फिर run में जाएँ वहां बॉक्स में टाइप करें gpedit.msc फिर ओके कर दें. अब आपके सामने group policy की विंडो खुलेगी उसमें से user configuration फिर administrative templates पर क्लिक करें फिर windows components पर क्लिक करें फिर वहां से windows explorer को खोलें. अब दायीं तरफ एक लिस्ट आएगी उसमे से hide these specified drives in my computer पर डबल क्लिक करें. अब जो विंडो खुले उसमें enabled को सेलेक्ट करें.सेलेक्ट करते ही निचे आपको कुछ आप्शन मिलेंगे.अब जो जो ड्राइव आपको छुपानी है उनको सेलेक्ट कर दें.अगर सभी ड्राइव्स को छुपाना हो तो restrict all drives को सेलेक्ट कर दें.अब apply करके ओके कर दें फिर बाहर आ जाएँ. अब जो जो ड्राइव आपने छुपाई है वो my computer से गायब हो जाएगी और कोई भी आम यूजर उनको देख नहीं सकेगा. ड्राइव्स को वापस my computer में दिखाने के लिए आखरी विंडो में enabled की जगह See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
याहू यूजर्स पहले अपने याहू अकाउंट से login करें.अब ऊपर दायीं तरफ options पर क्लिक करें.अब एक ड्रॉप डाउन मेनू खुलेगा उसमे more options को क्लिक करें.अब बायीं तरफ से filters को सेलेक्ट करें.फिर create or edit filters पर क्लिक करें.अब अगले पेज में add पर क्लिक करें.अब अगले पेज में filter name में कुछ भी नाम डाल दें.और from header के सामने खाली बॉक्स में वो ईमेल एड्रेस लिख दें जिसको आप ब्लाक करना चाहते हैं.अब निचे move to message to में trash को सेलेक्ट कर दें.और अन्त में add filter पर क्लिक कर दें.अब दिए गए ईमेल एड्रेस से कोई भी मेल आपको रिसीव नहीं होगी.और सीधे ही trash के फोल्डर में चली जाएगी. इसी तरह आप अन्य ईमेल एड्रेस को ब्लाक कर सकते है.बस हर बार इसी तरह नया filter बनायें.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
इन्टरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ईमेल भेजने या मंगाने में किया जाता है जो की बिल्कुल मुफ्त सर्विस है और बहुत उपयोगी भी.लेकिन कुछ लोग मुफ्त होने के कारण इसका इस्तेमाल लोगों को परेशान करने के लिए करते हैं.कुछ यार दोस्त भी फ़ालतू मेल भेजते रहते हैं.और कई कम्पनियाँ भी अपने विज्ञापन और ऑफर्स के मेल भेजती रहती है.और हमारा इनबोक्स हमेशा भरा रहता है.और इनको चेक कर कर के डिलीट करना हमारे लिए सरदर्द बन जाता है.यदि आप इन अनावश्यक ईमेल से परेशान हैं तो बताये गए स्टेप्स को फोलो करें. जीमेल यूजर्स पहले अपने जीमेल अकाउंट से login करें. अब ऊपर दायीं तरफ setting पर क्लिक करें.उसके बाद filters पर क्लिक करें.वहां आपको एक आप्शन मिलेगा create a new filter उस पर क्लिक करें.अब from फील्ड में वो ईमेल एड्रेस लिख दें जिसको आप ब्लाक करना चाहते हैं.अब next step पर क्लिक करें.अब choose action में delete it पर चेक का निशान लगा दें. अंत में create filter पर क्लिक कर दें.अब दिए गए ईमेल एड्रेस से भेजी गयी कोई भी मेल आपको रिसीव नहीं होगी बल्कि सीधे trash के फोल्डर में चली जाएगी.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
इन्टरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ईमेल भेजने या मंगाने में किया जाता है जो की बिल्कुल मुफ्त सर्विस है और बहुत उपयोगी भी.लेकिन कुछ लोग मुफ्त होने के कारण इसका इस्तेमाल लोगों को परेशान करने के लिए करते हैं.कुछ यार दोस्त भी फ़ालतू मेल भेजते रहते हैं.और कई कम्पनियाँ भी अपने विज्ञापन और ऑफर्स के मेल भेजती रहती है.और हमारा इनबोक्स हमेशा भरा रहता है.और इनको चेक कर कर के डिलीट करना हमारे लिए सरदर्द बन जाता है.यदि आप इन अनावश्यक ईमेल से परेशान हैं तो बताये गए स्टेप्स को फोलो करें. जीमेल यूजर्स पहले अपने जीमेल अकाउंट से login करें. अब ऊपर दायीं तरफ setting पर क्लिक करें.उसके बाद filters पर क्लिक करें.वहां आपको एक आप्शन मिलेगा create a new filter उस पर क्लिक करें.अब from फील्ड में वो ईमेल एड्रेस लिख दें जिसको आप ब्लाक करना चाहते हैं.अब next step पर क्लिक करें.अब choose action में delete it पर चेक का निशान लगा दें. अंत में create filter पर क्लिक कर दें.अब दिए गए ईमेल एड्रेस से भेजी गयी कोई भी मेल आपको रिसीव नहीं होगी बल्कि सीधे trash के फोल्डर में चली जाएगी. याहू यूजर्स पहले अपने याहू अकाउंट से See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
इन्टरनेट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल ईमेल भेजने या मंगाने में किया जाता है जो की बिल्कुल मुफ्त सर्विस है और बहुत उपयोगी भी.लेकिन कुछ लोग मुफ्त होने के कारण इसका इस्तेमाल लोगों को परेशान करने के लिए करते हैं.कुछ यार दोस्त भी फ़ालतू मेल भेजते रहते हैं.और कई कम्पनियाँ भी अपने विज्ञापन और ऑफर्स के मेल भेजती रहती है.और हमारा इनबोक्स हमेशा भरा रहता है.और इनको चेक कर कर के डिलीट करना हमारे लिए सरदर्द बन जाता है.यदि आप इन अनावश्यक ईमेल से परेशान हैं तो बताये गए स्टेप्स को फोलो करें. जीमेल यूजर्स पहले अपने जीमेल अकाउंट से login करें. अब ऊपर दायीं तरफ setting पर क्लिक करें.उसके बाद filters पर क्लिक करें.वहां आपको एक आप्शन मिलेगा create a new filter उस पर क्लिक करें.अब from फील्ड में वो ईमेल एड्रेस लिख दें जिसको आप ब्लाक करना चाहते हैं.अब next step पर क्लिक करें.अब choose action में delete it पर चेक का निशान लगा दें. अंत में create filter पर क्लिक कर दें.अब दिए गए ईमेल एड्रेस से भेजी गयी कोई भी मेल आपको रिसीव नहीं होगी बल्कि सीधे trash के फोल्डर में चली जाएगी. याहू यूजर्स पहले अपने याहू अकाउंट से See more...
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
क्या आप नेट पर काम करते-करते बोर हो गए हैं?क्यों ना थोडा सा मुस्कुरा लें. इस साईट को खोलें.और अपने माउस को लड़की के चेहरे के पास ले जाएँ या क्लिक करें.फिर देखें कैसे आपकी बोरियत मुस्कराहट में बदल जाती है.खुद भी देखें और दोस्तों को भी दिखाएँ.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
ऑटोप्ले विंडोज का बहुत अच्छा फीचर है.ये ऑन होने पर हमारी सीडी या पेन ड्राइव कंप्यूटर में डालते ही ऑटो प्ले मतलब अपने आप खुल जाती है.हमें खोलने की मेहनत नहीं करनी पड़ती.लेकिन कई बार ऑटो प्ले होना बहुत खतरनाक भी हो जाता है जब हमारी सीडी या पेन ड्राइव में वायरस हो. और हमें ड्राइव को स्केन का मौका भी नहीं मिल पाता.और इस तरह हमारा कंप्यूटर वायरस की चपेट में आ जाता है.ऑटो प्ले आप्शन को ऑफ करके वायरस से बचा जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले start पर क्लिक करें.फिर run में जाएँ.वहां टाइप करें gpedit.msc फिर ओके कर दें.अब आपके सामने ग्रुप पॉलिसी की विंडो खुलेगी.उसमें administrative templates पर क्लिक करें.फिर system पर क्लिक करें.अब दायीं तरफ लिस्ट में turn off autoplay पर क्लिक करें.अब एक विंडो खुलेगी उसमें enabled को सेलेक्ट करें.और निचे turn off autoplay on में all drives को सेलेक्ट करें.अब apply करके फिर ओके करके बाहर आ जाएँ.अब सीडी या पेन ड्राइव तब ही खुलेगी जब आप इसे खोलेंगे.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
ऑटोप्ले विंडोज का बहुत अच्छा फीचर है.ये ऑन होने पर हमारी सीडी या पेन ड्राइव कंप्यूटर में डालते ही ऑटो प्ले मतलब अपने आप खुल जाती है.हमें खोलने की मेहनत नहीं करनी पड़ती.लेकिन कई बार ऑटो प्ले होना बहुत खतरनाक भी हो जाता है जब हमारी सीडी या पेन ड्राइव में वायरस हो. और हमें ड्राइव को स्केन का मौका भी नहीं मिल पाता.और इस तरह हमारा कंप्यूटर वायरस की चपेट में आ जाता है.ऑटो प्ले आप्शन को ऑफ करके वायरस से बचा जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले start पर क्लिक करें.फिर run में जाएँ.वहां टाइप करें gpedit.msc फिर ओके कर दें.अब आपके सामने ग्रुप पॉलिसी की विंडो खुलेगी.उसमें administrative templates पर क्लिक करें.फिर system पर क्लिक करें.अब दायीं तरफ लिस्ट में turn off autoplay पर क्लिक करें.अब एक विंडो खुलेगी उसमें enabled को सेलेक्ट करें.और निचे turn off autoplay on में all drives को सेलेक्ट करें.अब apply करके फिर ओके करके बाहर आ जाएँ.अब सीडी या पेन ड्राइव तब ही खुलेगी जब आप इसे खोलेंगे.
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10
अक्सर ऐसा होता है कि हम अपने कंप्यूटर से कोई सोफ्टवेयर या प्रोग्राम को रिमूव करते हैं तो वो प्रोग्राम all programs से तो हट जाता है लेकिन add or remove programs में उसकी एंट्री रह जाती और वहां हमें प्रोग्राम का नाम नज़र आ रहा होता है. ऐसा प्रोग्राम का पूरी तरह रिमूव नहीं होने के कारण होता है. इसके समाधान के लिए सबसे पहले start पर क्लिक करें फिर run में जाएँ. वहां टाइप करें regedit फिर ओके कर दें.अब आपके सामने रजिस्ट्री एडिटर की विण्डो खुलेगी उसमे बताये गए तरीके से क्लिक करते जाएँ. HKEY_LOCAL_MACHINE/SOFTWARE/microsoft/windows/currentversion/uninstall जब आप अंत में uninstall पर क्लिक करेंगे तो वहां आपके कंप्यूटर के सभी प्रोग्राम्स की लिस्ट आ जायेगी.अब आप जिस प्रोग्राम को हटाना चाहते हैं उस पर राईट क्लिक करके delete मार दें.यहाँ से डिलीट होने के बाद वो प्रोग्राम add or remove
By MANOJ SONI 8950701904 on Manoj Sony on 10/27/10

HI-TECH SOLUTION POINT SOCIETY MANI ADAMPUR: COMPUTER CENTER PHOTO ON MANDI ADAMPUR

HI-TECH SOLUTION POINT SOCIETY MANI ADAMPUR: COMPUTER CENTER PHOTO ON MANDI ADAMPUR

8950701904

COMPUTER CENTER PHOTO ON MANDI ADAMPUR

8950701904

COMPUTER CENTER PHOTO ON MANDI ADAMPUR

Thursday, October 28, 2010

Computer Fundamentals

omputer Fundamentals

कम्प्यूटर क्या है? What is a Computer ?
कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रोनिक उपकरण है जो डेटा लेता है उसे प्रोसेस करता है तथा एक अर्थयुक्त परिणाम हमें देता है. कम्प्यूटर अपनी उच्च संग्रह क्षमता, गति, स्वचालन, सक्षमता, शुद्धता, सार्वभोमिकता, विश्वसनीयता, याद रखने की शक्ति के कारण हमारे जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण होता जा रहा है.
कम्प्यूटर में एक बार डेटा इनपुट करने के पश्चात उन्हें प्रोग्राम में दिये गये निर्देशों के द्वारा अलग अलग प्रकार के कार्यों के लिये अलग अलग परिणाम प्राप्त किया जा सकता है.
कम्प्यूटर द्वारा अधिक सूक्ष्म समय में अधिक तीव्र गति से गणनाएं की जा सकती है
कम्प्यूटर द्वारा दिये गये परिणाम अधिक शुद्ध होते है.

निष्कर्षत: कम्प्यूटर मुख्य कार्य करता है-
* इनपुट उपकरणों द्वारा डेटा लेना
* डेटा को मेमोरी में स्थानतरित करना
* डेटा को प्राप्त कर निर्देशों के द्वारा गणनाएं (Processing) करना.
* डेटा का विश्लेषण करना
* अंत में परिणामों को आउटपुट उपकरणों पर भेजना

कम्प्यूटर की पीढ़िया (Computer Generations)
वेज्ञानिकों ने कम्प्यूटर के इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के आधार पर कम्प्यूटर जनरेशन को पांच भागों में बांटा है.

कम्प्यूटर की पहली पीढ़ी (First Generation Of Computer)
इस जनरेशन के कम्प्यूटर्स में डायोड वाल्व वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया गया. इसमें दो इलैक्ट्रोड्स-कैथोड एवं एनोड होते थे, इसलिये इसे डायोड कहा गया.वाल्व होने के कारण इसे इलेक्ट्रोनिक स्वीच की भांति प्रयोग किया गया.
प्रथम इलेक्ट्रोनिक कम्प्यूटर (ENIAC) प्रथम पीढ़ी का कम्प्यूटर है. EDSAC (Electronic Delay Storage Automatic Calculator) सबसे पहला संग्रहित प्रोग्राम कम्प्यूटर था. UNIVAC (Universal Automatic Computer) सबसे पहला ऐसा इलेक्ट्रोनिक कम्प्यूटर था जिसे व्यापारिक अनुप्रयोगों के लिए तैयार किया गया था.
पहली पीढी के गुण
इस जनरेशन में प्रोग्रामिंग मशीन और असेम्बली भाषा (Programming in Machine and Assembly Language) में की जाती थी, मशीन लेंग्वेज केवल 0 और 1 पर आधारित होती हैं. कम्प्यूटर के समझने योग्य भाषा जिसमें प्रोग्राम लिखा जाय कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा कहलाती है.
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग किया गया था. ये लगातार विद्दूत के संवहन से गरम होने के कारण जल्दी खराब हो जाते थे. अत: वातानुकूलित इकाई में रखना जरुरी होता था. वैक्यूम ट्यूब आकार में बड़ी होती थी अत: इस पीढ़ी के कम्प्यूटर के आकार भी बड़े होते थे.
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में इन्टरनल मेमोरी के रुप में मेग्नेटिक ड्रम का उपयोग किया जाता था.
प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर का कार्य सीमित होता था.

कम्प्यूटर की दूसरी पीढ़ी
द्वितीय पीढ़ी के कम्प्यूटरों में मुख्य तार्किक उपकरण वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर ट्राजिस्टर(Transistor) का उपयोग किया गया. ट्राजिस्टर का कार्य वैक्यूम ट्यूब के समान था लेकिन इसकी कार्य करने की गति अधिक थी तथा यह आकार में छोटा व अधिक विश्वसनीय था. ट्राजिस्टर वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर कम गरम होता था तथा विद्दुत की खपत भी कम होती थी.

दूसरी पीढ़ी के कम्प्यूटर के गुण
मेमोरी के लिए मेग्नेटिक ड्रम के स्थान पर मेग्नेटिक कोर का प्रयोग हुआ.
Secondary Storage संग्रह के लिये पंचकार्ड के अलावा मेग्नेटिक टेप और डिस्क का प्रयोग हुआ.
इस पीढ़ी में हाई लेवल लेंग्वेज (High Level Language) का आविष्कार हुआ जैसे FORTRAN, COBOL आदि. इस भाषा में सामान्य अंग्रेजी के अक्षरों का प्रयोग किया गया जो मशीनी भाषा में प्रोग्रामिंग करने के स्थान पर काफी सरल होते थे.
ये प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर से आकार में छोटे थे और संग्रह क्षमता और गति भी काफी अधिक थी.

कम्प्यूटर की तीसरी पीढ़ी (Third Generation Of Computer)
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में इलेक्ट्रानिक उपकरण के रुप में ट्रांजिस्टर के स्थान पर आई सी (Integrated Circuit) I.C. का उपयोग किया गया. एक IC में ट्राजिस्टर, रेजिस्टर कैपेसिटर तीनों ही समाहित हो गए. जिससे कम्प्यूटर का आकार अत्यंत छोटा होता गया.

तीसरी पीढ़ी के गुण
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग किया जाने लगा, जिसके कारण कम्प्यूटर के आंतरिक कार्य स्वचालित हो गये.
हाई लेवल लेंग्वेज में नई भाषाओं का विकास हुआ जैसे BASIC (Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code).
मिनी कम्प्यूटर का विकास हुआ जो आकार में काफी छोटे थे.
Document बनाना तथा उन्हें प्रोसेस करना प्रारंभ हुआ.

कम्प्यूटर की चौथी पीढ़ी (Fourth Generation Of Computer)
इस पीढ़ी में लार्ज स्केल आई.सी. (Large Scale Integrated Circuit) बनाना सम्भव हुआ. एक छोटे से चिप में लाखों ट्राजिस्टर समा गये. इस चिप को माइक्रोप्रोसेसर नाम दिया गया. माइक्रोप्रोसेसर युक्त कम्प्यूटर को माइक्रो कम्प्यूटर कहा जाने लगा. सबसे पहला माइक्रोकम्प्यूटर MITS नामक कम्पनी ने बनाया.

चौथी पीढ़ी के गुण
माइक्रो कम्प्यूटर के आकार को छोटे से छोटा करना, गति तेज और कम्प्यूटर सस्ते करना.
कोर मेमोरी के स्थान पर अर्धचालक या सेमीकंडक्टर पदार्थ की मेमोरी का उपयोग हुआ. जो आकार में छोटी और गति में तेज होती थी.
नये -नये साफ्टवेयर का निर्माण हुआ. जैसे स्प्रेडशीट, एप्लीकेशन्स, डेटाबेस का कार्य करने के लिये सरल साफ्टवेयर तैयार किये गये.

पांचवी पीढी (Fifth Generation of computer)
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में स्वयं सोचने की क्षमता पैदा की जा रही है. कम्प्यूटर को हर क्षेत्र में कार्य करने योग्य बनाया जा रहा है.
इस पीढ़ी में सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए कम्प्यूटर्स को जोड़कर नेटवर्क बनाया गया. जिसे इंटरनेट नाम दिया गया. दुनिया भर के कम्प्यूटर इंटरनेट से जुड़े है.
माइक्रोकम्प्यूटर का आकार दिन प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है. आज घड़ी के आकार का कम्प्यूटर भी बाजार में उपलब्ध है. कम्प्यूटर को आकार के कारण डेस्क टॉप, लैप टॉप, पाम टॉप नाम दिया गया.
मल्टीमीडिया का विकास इसी पीढ़ी में हुआ. जिसमें ध्वनि (Sound), चित्र (Graphics), टेक्स्ट (Text) तथा एनिमेशन आदि सम्मिलित है.

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